स्नेहा का सपना यों तो यह कविता ‘चुटपुटकुले’ नामक पुस्तक में भी संकलित है, किंतु बाल पुस्तक के रूप में प्रकाशित होने के बाद यह व्यापक बाल-पाठकों के लिए भी उपयोगी हो गई। बच्चों के सपने निराले होते हैं। सपनों में कोई तर्क नहीं चलता किंतु स्नेहा के सपने में चलने वाली फ़ैटैसी … Continued
एक बगिया में प्रभात की सुहानी बेला में चिड़ियों का चहचहाना, गुलाब की पंखुड़ियों का एक-एक करके खुलना, तदनंतर ओसकण, तितली, भंवरे व मधुमक्खी का आना और आकर बगिया में बतियाना, यह है इस पुस्तक की आधारभूमि। सरल व सहज भाषा में रचित यह बालकाव्य बच्चों के हृदय को गुदगुदाने में सफल है। … Continued
हीरों की चोरी ‘हीरों की चोरी’ एक बाल-उपन्यास है जिसका नायक अरुण एक किशोर है। अरुण का दिमाग़ हर तरह की गुत्थियां सुलझाने में बहुत तेज़ चलता था। झूठ को वह झट से पकड़ लेता था। शहर में अपराध बढ़ते जा रहे थे। छोटे से अरुण को बड़ी-बड़ी चिंताएं सताती थीं। ‘हीरों की … Continued
कोयल का सितार कोयल का सितार एक बाल-कथा-काव्य है, जो जगदीश जोशी के चित्रों से सुसज्जित है। इस कृति के लिए हिन्दी अकादमी, दिल्ली ने अशोक चक्रधर को ‘बाल साहित्य पुरस्कार’ से सम्मानित किया है। नेशनल बुक ट्रस्ट से प्रकाशित इस नयनाभिराम पुस्तिका के अनेक संस्करण छप चुके हैं। अनेक भाषाओं में इसका … Continued
कोयल का सितार कोयल का सितार एक बाल-कथा-काव्य है, जो जगदीश जोशी के चित्रों से सुसज्जित है। इस कृति के लिए हिन्दी अकादमी, दिल्ली ने अशोक चक्रधर को ‘बाल साहित्य पुरस्कार’ से सम्मानित किया है। नेशनल बुक ट्रस्ट से प्रकाशित इस नयनाभिराम पुस्तिका के अनेक संस्करण छप चुके हैं। अनेक भाषाओं में इसका … Continued
कोयल का सितार कोयल का सितार एक बाल-कथा-काव्य है, जो जगदीश जोशी के चित्रों से सुसज्जित है। इस कृति के लिए हिन्दी अकादमी, दिल्ली ने अशोक चक्रधर को ‘बाल साहित्य पुरस्कार’ से सम्मानित किया है। नेशनल बुक ट्रस्ट से प्रकाशित इस नयनाभिराम पुस्तिका के अनेक संस्करण छप चुके हैं। अनेक भाषाओं में इसका … Continued