स्कोर के चक्कर में घनचक्कर
(हिचकुन्ना एक नया शब्द है जिसका अर्थ है— कोई हिचक नहीं।)
ग्राउंड के पार पूछा—
बता ओ पहलवान
स्कोर क्या है?
घर हो सडक़ हो
भवन हो कि दफ़्तर, परेशान—
स्कोर क्या है?
दूकान पे आया
ग्राहक ये पूछे—
सुलेमान!
स्कोर क्या है?
ये मंत्र बोलो
और हो लो
किसी के भी मेहमान—
स्कोर क्या है?
आए नहीं चैन
हर कोई बेचैन, बरबाद—
स्कोर क्या है?
दुश्मन
भुला दुश्मनी पूछता है कि
उस्ताद! स्कोर क्या है?
कोई तो पूछे अदा में
करे कोई फ़रियाद—
स्कोर क्या है?
संवाद सबका
बढ़ा दे मिनिट में
ये संवाद— ‘स्कोर क्या है?’
पूछा करें ये भी
पूछा करें वे भी
मन में किसी के भी
हिचकुन्ना।