लड़के का बज गया झुनझुन्ना
(प्रेमी-प्रेमिका के लिए वह आनंद निराला ही होता है जब साथ-साथ क्रिकेट देखने जाएं)
सांस रोक के जी
सारे-के-सारे ही
देखें ये मैच नज़ारे,
चौका लगाना
या छक्का लगाना
पर
कैच न हो जाना प्यारे।
बोलिंग ऑफ़ेंसिव
और बैटिंग डिफ़ेंसिव थी
मैच में कुछ आई सुस्ती,
खेल हुआ स्लो तो
स्लोगन निकाला जी
लडक़ी ने दिखलाई चुस्ती।
सिस्टर का पोस्टर
खिलाड़ी ने देखा तो
जम के घुमा दिया बल्ला,
बॉल उछल के जो
ग़ायब-सी हो गई तो
भीड़ में मच गया हल्ला।
छक्का वो चीख़ी
जो बॉल न दीखी
तो लड़के की नींद उचट गई,
ख़ुशी के मारे
और बिना विचारे
वो लड़के से
कस के लिपट गई।
सीन ये सज गया
लोगों को जंच गया
लड़के का बज गया-
झुनझुन्ना।
तू किरकिट तूम किरकिट
धा किरकिट धूम किरकिट
धुकधुन्ना!