बात करनी है तो कर लो
(संवादहीनता की स्थिति टूटे भले ही तनातनी से टूटे)
सिर्फ़ तुम हो
सिर्फ़ तुम
जिससे कि मैं बेज़ार हूं,
बात करनी है
तो कर लो
मैं अभी तैयार हूं।
बात बेज़ा है अगर
तो बात का
करना ही क्या
फिर भी
कर लूंगा चलो
मैं शख़्स ज़िम्मेदार हूं।
हूं जटा-शंकर
कि जिसमें
सत्य की गंगा बहे,
तुमने समझा
मैं फ़कत
इक ज़ुल्फ़
छल्लेदार हूं।
दिख गए
तेवर तुम्हारे
दिख गईं लफ़्फ़ाज़ियां
बाख़बर मैं भी हूं
मैं भी उग्र
बरख़ुरदार हूं।
सेंध करके
घुस न आना
और भी दीवार हैं,
सत्य की रक्षा करूंगा
एक पहरेदार हूं।
बात करनी है
तो कर लो
मैं अभी तैयार हूं।